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जून, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सोनू सूद संभलकर रहना

जिसका डर था वही हुआ। जब राज्य सरकारें और केंद्र सरकार श्रमिकों को रगड़ते-घिसते मरते-खपते सड़क नापते देख रही थीं तब तुमने अपनी हेल्पलाइन शुरू कर दी। बेचारे भटकते रहे कि प्रशासन से कोई संपर्क हो जाए, तुम सहायता मांगने वालों को व्यक्तिगत रूप से जवाब देते रहे, सामने जाकर मिलते रहे। तुम और तुम्हारी टीम उनके लिए दिनरात दौड़ती - भागती रही। हज़ारों की संख्या में श्रमिकों को तुमने बसों और हवाई जहाज़ से घर पहुँचाया। वे सुविधापूर्वक पहुँच गए। बहुत अनुग्रहित महसूस कर रहे हैं। तुम्हारी सराहना करते नहीं थक रहे हैं। लेकिन गड़बड़ सारी यहीं हो गई है। आपदा को अवसर में बदलने के लिए कोई और बैठा था, बदलकर कोई और उभरता दिख गया। वैसे गड़बड़ की शुरुआत तो तुमने ही की थी जो ज़रुरत के समय काम आ गए। तुम्हें क्या पड़ी थी? मजदूरों की सहायता की जाए या न की जाए, कब की जाए, किन मजदूरों की सहायता की जाए, किनकी छोड़ दी जाए - ये सब राजनीतिक विषय है, वहां पूरा सोच - विचार हो रहा था। तुम कलाकार हो, बीच में टांग अड़ाने की क्या ज़रुरत थी? एक्टर हो तो अपना काम देखो। तुम्हें कुछ पता है क्या? खर्च के मामले में तुम्हारी दरियादिली दे...

मेरे कबूतर

मेरे ऑफिस की खिड़की आजकल गुलज़ार रहती है। यह सिलसिला नवम्बर से चालू हुआ। हमें यहाँ आए एक महीने ही हुए थे। इससे पहले कि वहां गमले रखते कबूतर के जोड़े ने तिनके रखने शुरू कर दिए। आशियाना जुड़ गया तो एक सुबह उसमें एक अंडा नज़र आया। दूसरी सुबह दूसरा। हम उन्हें हर दिन निहारते थे। ढाई हफ्ते की अकुलाहट के बाद दो प्यारे-प्यारे नन्हे-मुन्ने बाहर निकले। आँखें बंद! हर समय हिलते-डुलते एक दूसरे से उलझते रहते। इनके माता-पिता ने बड़े प्यार से पाला। खाने-पीने का सामान मुँह में भर कर लाते और दोनों को बारी-बारी से खिलाते। पिता एक पंख से थोड़ा विकलांग है, शायद कभी चोट लग गई है। मगर उड़ने में कोई दिक्कत नहीं है। हफ्ता भर बीता था कि एक चील उड़ती हुई आई, हम भागकर पहुंचते इससे पहले एक बच्चे को पंजे में दबा कर ले गई। हम देखते रह गए, वह हमारी आँखों के सामने बच्चा उठा ले गई। हम मन मसोस कर रह गए। फिर दूसरे बच्चे को बचाने के लिए मैंने खिड़की की कांच और दीवार की सीमेंट को जोड़ते हुए कार्टन का डब्बा काटकर टेप से चिपका दिया। गर्मी और हवा के थपेड़ों से यह कुछ-कुछ दिनों में हट जाता था। इसलिए इसका ध्यान रखना ...